
मुंबई
Sunshine hotel...
रुद्राक्ष ने रूही के गालों को चूमा और उसके चेहरे पर हल्का झुकते हुए मुस्कुराकर प्यार से बोला"- तुमने मुझे पूरी तरह से पागल कर दिया रूह, तुम्हारा युव मुस्कुराना मुझे तुम्हारा दीवाना बना रहा है। अब मुझे नही लगता मैं खुद को तुमसे और दूर रख पाऊंगा!"
रुद्राक्ष ने मुस्कुराकर रूही के बालो को सहलाया और जुनून से बोला"- I Love You Ruhh...I Love You So So Much, you are my everything।"
रुद्राक्ष प्यार भरी नजरो से रूही को देख रहा था और उसके सॉफ्ट से गालों को सहला रहा था। रूही उसे बेहद सॉफ्ट लग रही थी, उसके गालों को छूना रुद्राक्ष को बहोत अच्छा लग रहा था। वो बार बार उसके गालों को छूते हुए इंटेंस वॉइस में बोला "-
रूह तुम इतनी सॉफ्ट क्यों हो?" तुम मुझे रूई जितनी सॉफ्ट लगती हो... मन करता है बार बार तुम्हे छू लूं।"
रुद्राक्ष के बार बार रूही के गालों को छुने से रूही की निंद खुल गई, और अपने आप को किसी अनजान जगह पर किसी आदमी के बेहद करीब देख कर रूही डर गई। और खौफ भरी नजरो से रुद्राक्ष को देखते हुए बोली"-
आप, आप कोन हो?" मैं यहां क्या कर रही हु...प्लीज मुझे बताइए मैं यहां आपके साथ क्या कर रही हु। मुझे कुछ भी समझ नही आ रहा है...
रूह तुम उठ गई...मेरी रूह उठ गई, तुम. तुम ठीक तो हो ना रूह?"
रुद्राक्ष रूही को होश में देख कर खुशी से पागल हो गया, और उसके गालों को सहलाते हुए प्यार से बोला! रूही उसकी सभी हरकते देख रही थी और उसे रुद्राक्ष से सच में डर लग रहा था। उसने रुद्राक्ष के हाथो को अपने चेहरे से दूर किया और घबराहट से बोली "-
Please...दूर रहिए आप।" कौन है आप?" मेरे इतने पास क्यों आ रहे है, ये मैं कहा हूं मुझे कुछ समझ नही आ रहा।"
रुद्राक्ष की आंखे सिकुड़ गई रूही की बात सुनकर...उसने रूही की कमर को पकड़ कर अपने आप से चिपका लिया और उसके नाक से अपनी नाक रगड़ते हुए प्यार से बोला"-
रूह....मेरी रूह।" नही रह सकता तुमसे दूर, और ना ही तुम्हे खुद से दूर जाने दूंगा...मैं हर पल तुम्हारे साथ साए की तरह रहूंगा।" तुम्हारे इतने पास आने का हक सिर्फ मुझे है रूह...
रूही हैरानी से आंखे बड़ी बड़ी करके रुद्राक्ष को देखने लगी। उसे कुछ समझ नही आ रहा था की उसके साथ ये क्या हो रहा है, रूही बस एक टक रुद्राक्ष के हैंडसम और आकर्षक चेहरे को देख रही थी।"
रुद्राक्ष ने मुस्कुराकर रूही के खूबसूरत से चेहरे को देखा और उसके होंठो को प्यार से चूमने लगा। रूही तो हैरान हो गई और अपनी बड़ी बड़ी आंखे और ज्यादा बड़ी बड़ी करके रुद्राक्ष को घूरने लगी, रुद्राक्ष एक टक रूही की भूरी आंखों में प्यार से देखते हुए उसे किस किए जा रहा था।"
करीब दस मिनट तक रूही को प्यार से किस करने के बाद रुद्राक्ष ने उसके होंठो को छोड़ दिया और प्यार से उसे देखने लगा। उसके छोड़ते ही रूही ने अपने सीने पर हाथ रखा और गहरी गहरी सांसे लेते हुए उसे बड़ी बड़ी आंखो से घूरने लगी!"
उसके इस तरह से घूरने से रूही बेहद क्यूट लग रही थी, रुद्राक्ष तो एक बार फिर से उसका दीवाना हो गया था। और अपने गालों पर हाथ रख कर प्यार से अपनी छोटी सी जान को देख रहा था!"
जब रूही की सांसे थोड़ी सी नॉर्मल हो गई तो वो रुद्राक्ष को घूरते हुए भोला सा मुंह बनाकर बोली"- मॉन्स्टर आपने मेरे होंठ खा लिए, मैं मम्मा को बताऊंगी आपने मुझे होंठो पर किस्सी की....
हाय रूही की इतनी क्यूट क्यूट सी बाते सुनकर तो रुद्राक्ष पागल सा हो गया। उसने रूही को कमर से पकड़ कर अपने करीब खींच लिया और उसके नाक से अपनी नाक रगड़ते हुए बेहद प्यार से बोला "-
"मेरी मासूम रूह...ऐसी बाते मम्मा को नही बताते बच्चा। ए बहोत खास मोमेंट होते है जो सिर्फ हम दोनो के बीच में ही होंगे, इसीलिए आप मम्मा को कुछ नही कहोगे ओके मेरा मासूम बच्चा!"
रूही रुद्राक्ष की बात सुनकर उसे टुकुर टुकुर देखते हुए cute सी आवाज में बोली"-
ठीक हैं मैं मम्मा को नही बताऊंगी।" लेकिन आप मुझे किस मत करना मुझे अच्छा नहीं लगता....
रूही की बात सुनकर रुद्राक्ष खुश हो गया। लेकिन उसकी लास्ट लाइन सुनकर उसकी आंखे सिकुड़ गई, रुद्राक्ष ने घूर कर रूही को देखा मगर कुछ कहा नहीं" और उसे अपने गोद में लेकर बैठ गया।"
रूही भी बिना कुछ कहे खामोशी से उसके गोद में बैठ गई, रुद्राक्ष प्यार से उसके बालों को सहला रहा था....
कुछ देर तक शांत रहने के बाद रूही पीछे मुड़ कर बैठ गई और रुद्राक्ष को देखते हुए बोली "- मिस्टर हैंडसम मुझे ना भूख लगी है, मेरे पास पैसे नहीं है आप कुछ खिला दो ना मैं मम्मा से लेकर बाद में आपको दे दूंगी।"
रुद्राक्ष रूही के एहसासों में खोया हुआ था उसकी करीबी को महसूस कर रहा था। उसकी बात सुनकर रुद्राक्ष की आंखे कठोर हो गई और वो उसे घूरते हुए थोड़ा सक्ति से बोला"-
मैने आपसे पैसे मांगे क्या रूह?" क्या मैं इतना गैर गुजरा लगता हूं आपको जो अपनी रूह को खिला भी नही सकता। उससे खाने के पैसे लूंगा मैं?"
उम्ह...नही।" आप तो मुझे बहोत अमीर लगते हो, बहोत पैसे होंगे ना आपके पास...आप क्या काम करते हो?" मुझे भी बताओ ना मुझे भी आपके तरह बहोत सारे पैसे कमाने है।"
रूही ने क्यूट सा फेस बनाया और रुद्राक्ष को देखते हुए क्युटली बोली।" उसकी बात सुनकर रुद्राक्ष के चेहरे पर आकर्षक मुस्कान आ गई और वो उसकी पैसों वाली बात भी भूल गया...रुद्राक्ष रूही को प्यार से देखते हुए बोला"-
Baby बस कुछ देर वेट करो...तुम्हारा फेवरेट खाना आता ही होगा।"
रूही ने हा में सिर हिलाया और होंठो पर जीभ फेरते हुए डोर की तरफ देखने लगी। उसकी बच्चो जैसी हरकतें रुद्राक्ष को पागल बना रही थी, रुद्राक्ष वक्त के साथ रूही के लिए दीवाना होता जा रहा था। उसकी दीवानगी रूही के लिए बढ़ती जा रही थी!"
कुछ देर बाद वेटर ऑर्डर देकर चला गया तो रूही खाने पर किसी बिल्ली की तरह टूट पड़ी, और मजे से खाना खाने लगी। उसे इतनी जल्दी जल्दी से खाना खाते हुए देख कर रुद्राक्ष हैरान रह गया" और उसे रोकते हुए बोला"-
रूह...रूको।" क्या कर रही हो तुम?" आराम से खाओ ना, सब तुम्हारा है। कोई तुमसे तुम्हारा खाना नही लेगा बच्चा" आराम से खाओ, ऐसे खाओगी तो पेट में गड़बड़ हो जाएगी।"
रूही खाना चबाते हुए बोली"- sorry पर मुझे बहोत जोर की भूख लगी है इसीलिए मैं ऐसे ही खाऊंगी।"
रूही फिर से जल्दी जल्दी खाने लगी और उसे खाते हुए देख कर रुद्राक्ष ने अपना सिर पीठ लिया।"
पेटभर खाना खा लेने के बाद रूही टकार लेते हुए मुस्कुराकर अपने पेट पर हाथ फेरते हुए बोली "-
Hmmm...अब जाकर टंकी फूल भर गई, अब दोपहर तक भूख नही लगेगी।"
रुद्राक्ष आंखे बड़ी बड़ी करके सांस रोके उसकी सभी हरकतों को देख और सुन रहा था। उसे समझ नही आ रहा था की उसे इस बच्ची से ही क्यों प्यार हुआ वो भी पागलपन की हद तक...पता नही अब आगे क्या क्या होने वाला था उसके साथ, उसे रूही क्या क्या दिखाने वाली थी।"
रुद्राक्ष ने रूही के हाथ और मुंह को टिशू पेपर से साफ किया और खाने की प्लेट्स टेबल पर रखते हुए बोला"- जाओ जाकर फ्रेश होकर आओ....तुम थक गई होगी ना, फ्रेश होने के बाद अच्छा लगेगा तुम्हे।"
रूही रुद्राक्ष को अपनी आंखे छोटी करके घूरते हुए धीरे से बोली"- मुझे फ्रेश होने के लिए वॉशरूम में भेज कर आप मुझे अकेला छोड़कर तो नही जाओगे ना...ये जगह मेरे लिए नई है मुझे कुछ भी पता नही है यहां का, और मेरे पास पैसे भी नहीं है। मैं आपको छोड़कर नहीं जाऊंगी" आपका क्या भरोसा आप मुझे वॉशरूम में भेज कर अकेला छोड़कर चले गए तो....
रुद्राक्ष रूही की बात सुनकर हल्का मुस्कुराया और उसके करीब आकर कान में फुसफुसाया"-
"तुम खुद कहोगी ना तुमसे दूर जाने के लिए तब भी मैं तुम्हे छोड़कर नहीं जा सकता रूह...अब मुझे तुमसे दूर सिर्फ मौत कर सकती हैं। तुम खुद भी नही, तुम जहां जाओगी बस मुझे पाओगी...तुम चिंता मत करो मैं कही नही जा रहा तुम्हे छोड़कर। अगर तुम्हे मुझपर trust नही है तो मैं तुम्हारे साथ वॉशरूम में आ सकता हूं मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है।"
इतना कहकर रुद्राक्ष रूही को देखते हुए आकर्षक तरीके से मुस्कुराने लगा। उसकी बात सुनकर तो रूही की हवा टाइट हो गई, और आंखे हैरानी से बड़ी करके रुद्राक्ष को देखते हुए जल्दी से बोली"-
नही।" नही मैं तो मजाक कर रही थी...मुझे पता है आप मुझे छोड़कर नहीं जायेंगे" आप रुकिए, मैं फ्रेश होकर आती हु। फिर मुझे मम्मा के पास छोड़ देना....
रूही झट से बेड पर से उठ गई और लगभग भागते हुए वॉशरूम में चली गई, उसकी हालत देख कर रुद्राक्ष बेड पर गिर गया और पेट पकड़ कर जोर जोर से हंसने लगा!"
हस्ते हुए ही रुद्राक्ष ने वॉशरूम के गेट की तरफ देखा और जुनून से बोला"-
रूह!" मेरी रूह....सिर्फ और सिर्फ रुद्राक्ष सिंह राणावत की रूह। तुम सिर्फ मेरी हो, और मैं सिर्फ और सिर्फ अपनी रूह का हु....
आगे जारी हैं!"♥️🙏
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