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"Kiss"

रूही फ्रेश होने के लिए वॉशरूम गई थी। कुछ देर तक वॉशरूम के डोर के तरफ देखते रहने के बाद रुद्राक्ष उठ कर खिड़की के पास चला गया, और सिगरेट जलाकर अपने होंठो के बीच बड़े स्टाइल से रखकर खिड़की से बाहर देखने लगा।

उसके होंठो पर हल्की मुस्कान थी और वो कुछ घंटे पहले रूही और उसकी मुलाकात याद करके मुस्कुरा रहा था। रूही जब उसे पहली बार मिली थी और उसपर क्यूट सा गुस्सा उतार कर चली गई थी, तब से रुद्राक्ष उसका दीवाना हो गया था और पागलों की तरह उसे ढूंढ रहा था" और अब एक दो हफ्ते के बाद रूही अचानक से उसके सामने आ गई थी उसके पास थी। ये अहसास रुद्राक्ष को किसी जन्नत से कम नहीं लग रहा था, रूही का सिर्फ उसके पास होना रुद्राक्ष को उसकी पूरी जिंदगी मिल गई थी।"

रुद्राक्ष मुस्कुराते हुए खिड़की से बाहर देख रहा था। उसने अपने होंठों को छुआ और धीरे से बोला"-

"I can still feel your touch on my lips, now I want to feel this touch on my lips for the rest of my life, Rooh"

रुद्राक्ष अभी भी मुस्कुराते हुए रूही के होंठो की छुअन को फिल कर रहा था उसे लग रहा था रूही के सॉफ्ट लिप्स उसके सक्त लिप्स पर अभी भी किस कर रहे है। रुद्राक्ष यही सब सोच रहा था तभी रूही उसके पास आकर खड़ी हो गई और बोली"-

मिस्टर हैंडसम.... देखो मैं रेडी हूं, अब चलिए। मुझे घर छोड़ दीजिए" मेरी मम्मा वेट कर रही होगी मेरा।"

रुद्राक्ष रूही के खयालों में पूरी तरह से खोया हुआ था लेकिन जैसे ही उसने रूही के घर जाने की बात सुनी" रुद्राक्ष का दिल बैचैन हो गया। उसने पीछे मुडकर झट से रूही को अपने करीब खींच लिया और देखते ही देखते उसके नाजुक से होंठो पर अपने सक्त होंठ रख कर बैचैनी और तड़प से उसके होंठो को चूमने लगा" उसकी इस हरकत से एक बार फिर से रूही हैरान हो गई और आंखे बड़ी बड़ी करके उसे घूरने लगी।"

रुद्राक्ष अपनी आंखे बंद करके बेहद प्यार से रूही को चूम रहा था, उसके होंठो पर अपनी तड़प और बैचैनी निकाल रहा था। कुछ देर तक उसके होंठो को चूमते रहने के बाद रुद्राक्ष ने उसके होंठो को छोड़ दिया और उसका चेहरा पकड़ कर प्यार से बोला"-

"रूह मैं तुम्हे छोड़ नही सकता....तुम मुझसे दूर नहीं जा सकती।" मैं तुम्हे खुद से दूर नहीं जाने दूंगा तुम्हारे घर भी नही....

रूही ने अपने होंठो पर हाथ रखा और टुकुर टुकुर उसे घूरने लगी " उसे लग रहा था रुद्राक्ष एक बार फिर से उसके होंठो पर किस करेगा। उसकी बच्चो जैसी हरकत देख कर रुद्राक्ष को उसपर हद से ज्यादा प्यार आ रहा था, रुद्राक्ष ने बारी बारी रूही के दोनो गालों को चूम लिया और बोला"-

रूह तुम मेरे साथ रहोगी....मैं तुम्हे बहोत खुश रखूंगा। तुम जो कहोगी वही करूंगा" प्लीज रूह मना मत करना, मैं नही रह सकता तुम्हारे बिना....

मैं आपके साथ क्यों रहू?" मैं मेरी मम्मा के साथ रहूंगी" छोड़िए मुझे। मुझे मम्मा बाबा और दीदू के पास जाना है....

रूही ने रुद्राक्ष के हाथो को अपने गालों से दूर कर दिया और मुंह बनाते हुए उसे देखने लगी। रुद्राक्ष उसकी बात सुनकर लाचारी से उसे देखते हुए अपने मन में बोला"-

रूह ऐसे नही मानेगी। मैं इसके बिना नहीं रह सकता...मुझे, मुझे कुछ करना होगा रूह को अपने पास रखने के लिए" मैं रूह को खुद से दूर नहीं जाने दे सकता....

रुद्राक्ष ने अपने बैचैन और तड़पते हुए दिल को शांत किया और हल्का मुस्कुराते हुए बोला"-

okay baby....जैसा तुम चाहो, तुम्हे घर जाना हैं ना ठीक है चलो, मैं लेकर चलता हू तुम्हे तुम्हारे घर।"

रूही रुद्राक्ष की बात सुनकर खुश हो गई और उसका हाथ पकड़ कर उछलते हुए बोली"-

हा चलो...घर चलते है, मेरे बाबा आ रहे है। मुझे मिलना है उनसे...

रूही के चेहरे की खुशी देख कर रुद्राक्ष के चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान आ गई, उसने रूही को कमर से पकड़ कर अपने आप से चिपका लिया और एक टक उसकी आंखो में देखते हुए बेपनाह प्यार से बोला "-

चलो मैं तुम्हे घर छोड़ देता हूं....

रुद्राक्ष ने रूही का हाथ पकड़ लिया और उसे प्राइवेट लिफ्ट से लेकर पार्किंग में आ गया। उसका ड्राइवर गाड़ी के पास खड़ा होकर सिगरेट पी रहा था, उसने जैसे ही रुद्राक्ष को आते हुए देखा हाथ में पकड़ी सिगरेट दूर फेंक दी और कार का गेट खोल दिया" रुद्राक्ष रूही को लेकर कार मे बैठ गया और कार वहा से निकल गई।"

रुद्राक्ष ने कार का पार्टिशन ऑन कर दिया और रूही के तरफ देखने लगा जो पहले ही आंखे बड़ी बड़ी करके हैरानी से उसे घूर रही थी। रूही को इस तरह से खुद को देखते हुए देख कर रुद्राक्ष हैरानी से बोला"-

क्या हुआ...मुझे ऐसे क्यों देख रही हो तुम रूह?"

रूही ने भोला सा मुंह बनाया और हैरानी से बोली"- मिस्टर हैंडसम क्या ये आपकी गाड़ी है?" आपके पास इतनी बड़ी गाड़ी है, आपको आपके पापा ने दी है ये गाड़ी!"

नही।" ये मेरे पापा की नही मेरी खुद की कार है, मेरे पास ऐसी बहोत सारी कार्स है।"

रुद्राक्ष ने मुस्कुराकर कहा और प्यार से रूही को देखने लगा। रूही उसकी बात सुनकर खुश हो गई और उसके तरफ मुड़कर आलथी पालती मारकर बैठ गई, और चहक कर बोली"-

Wow...आपके पास तो बहोत सारी गाड़िया है, फिर तो आप रोज कार से घूमने जाते होंगे ना...मुझे भी घूमने जाना है लेकिन मुझ मासूम को कोई लेकर जाता ही नही है।"

रुद्राक्ष ने मुस्कुराकर उसका माथा चूम लिया और प्यार से बोला"-

कोई बात नहीं।" मैं हू ना आपका जब भी मन होगा बाहर जाने का मैं आपको बाहर ले जाऊंगा।" आप sad मत हो, मेरा baby उदास अच्छा नहीं लगता।"

रूही रुद्राक्ष की बात सुनकर खिलखिलाकर हसने लगी" रुद्राक्ष तो उसकी खूबसूरत हसी में खो सा गया। और एक टक दीवानों की तरह रूही के मुस्कुराते हुए चेहरे को देखने लगा....

आगे जारी हैं!"♥️🙏

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